असाधारण आइडिया बजनेस करने का तरीका सिखाता है motivational story in hindi
ज्यादातर भारतीयों के लिए साइकिल गरीब आदमी का वाहन है। किंतु ज्या कोयंबटूर के 38 वर्षीय एम.बी.ए.एस. मणिकंदन इसे लेकर कुछ और सोचते थे। motivational story in hindi उन्होंने एक ऐसी साइकिल बनाई, जिसे अत्यधिक धनी और मध्यवर्ग भी खरीदकर गर्व का अनुभव करते। वह इस साइकिल प्रोजेक्ट पर तीन साल से काम कर रहे थे। अब बाइक-कम-साइकिल जैसा यह वाहन सड़क पर दौड़ने के लिए तैयार है। आइडिया स्पेरो नाम की बैटरी से चलनेवाली साइकिल लॉन्च करने का था,motivational story in hindi
जिसे एक बार चार्ज करने पर साइकिल सवार 30 किलोमीटर तक जा सकता है और पैडल मारने के साथ बैटरी चार्ज होती जाती है। उन्होंने तो 60 और 100 किमी. तक जानेवाली साइकिलें भी बनाई हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि साइकिल दस सेकेंड में शून्य से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है और इलेक्ट्रिक motivational story in hindi
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मोड के लिए इसमें पाँच गीयर हैं। साइकिल को 48 वोल्ट की लिथियम आँयन बैटरी बिजली देती है, जिस पर एक साल की वारंटी है। साइकिल में क्रूज कंट्रोल, बैटरी चार्ज इंडिकेटर और डिजिटल स्पीड डिसप्ले जैसी दूसरी खासियतें भी हैं। साइकिल को बैटरी के अलावा पैडल लगाकर भी चलाया जा सकता है। चूंकि यह 250 वॉट की मोटर से चलती है, इसलिए यह उस श्रेणी के वाहनों में आती है, जिसके लिए लाइसेंस व रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं होती। बरसों कपड़े के कारखाने में काम करके मणिकंदन को मशीनें सँभालने और इ-बाइक के लिए सही सामग्री खरीदने का ज्ञान और अनुभव था, अतः वे अपने आइडिया पर पैसे के लिए क्राउड फंडिंग साइट Fueladream.com पर गए। उच्च गुणवत्तावाली इ-बाइक को वहाँ अच्छा प्रतिसाद मिला और बहुत सारे लोग आगे आए। कई लोगों motivational story in hindi
ने सांकेतिक रूप से 100 रुपए जैसी छोटी राशि का भी योगदान दिया, क्योंकि उन्हें यह विचार बहुत रोमांचक लगा। आखिरकार शुरुआती कैंपेन में 100 से ज्यादा बुकिंग से 38 लाख रुपए motivational story in hindi
एकत्रित हुए। टैक्सटाइल मशीनरी के पुरजे और रिनोवेशन किट का काम करनेवाली कोयंबटूर स्थित मिलीटेक्स इंजीनियर्स ने स्पेरो इ-साइकिल लॉञ्च की है। साइकिल की बैटरी 4 से 6 घंटे में 20 से 80 फीसदी तक चार्ज हो जाती है और इसका वजन 2.7 से 3.7 किलो (मॉडल के मुताबिक) है। साइकिल की फ्रेम के केंद्रीय हिस्से में बैटरी लगाई गई है। इसे आसानी से निकालकर 5 एम्पीयर के रेग्यूलर सकिर में लगाया जा सकता है। motivational story in hindi
निर्माताओं का दावा है कि स्पेरो में स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्री तथा कौशल का बुद्धिमत्तापूर्ण उपयोग किया गया है और महत्त्वपूर्ण हिस्से यानी बैटरी सैमसंग से और मोटर व टायर कोरिया के भागीदार से आयात किए गए हैं। प्री- ऑर्डर पर तीनों मॉडल 29,900 से 50,900 रुपए में उपलब्ध रहेंगे। स्पेरो में पासवर्ड प्रोटेक्शन और पैडल असिस्ट व रिजनरेशन के अलावा कई वैकल्पिक असेसरी, जैसे हैडलाइट और कैरियर की पेशकश भी है। सामने के शॉक एब्जार्बर और डिस्क ब्रेक स्टैंडर्ड सुविधा के रूप में आते हैं। motivational story in hindi
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बिजली की खराबी को छोड़कर टायर पंक्चर होने या ताड़ियों को नुकसान पहुँचने जैसी समस्याएँ तो साइकिल सुधारने की किसी भी दुकान पर दूर की जा सकती हैं। बिजली संबंधी समस्याएँ फोन पर या आउटसोर्सिंग के जरिए दूर की जा सकती हैं। इस साल अक्तूबर तक बेंगलुरु, एनसीआर, पुणे, हैदराबाद और तमिलनाडु, जहाँ वह बनाई जा रही है, वहाँ आउटलेट खुल जाएँगे। 2017 तक स्पेरो विभिन्न मेट्रो शहरों में पहुँच जाएगी। कंपनी ने फंडिंग का दूसरा दौर शुरू किया है और इसमें उसे उत्साहजनक प्रतिसाद मिला है। फिर इ-बाइक के लिए ऑर्डर भी बढ़ते जा रहे हैं। सबसे अच्छी बात तो यह है कि गाँव का किसान और मेट्रो सिटी के एग्जीक्यूटिव दोनों श्रेणियों में इ-बाइक बुक हो रही है, क्योंकि यह दोनों motivational story in hindi
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की जरूरतें पूरी करती है। यह किफायती होने के साथ गर्व की बात भी है। इसके आयु वर्गों और आर्थिक समूहों के लिए सुविधाजनक है। motivational story in hindi
अलावा सारे फंडा यह है कि यदि आइडिया असाधारण हो तो यह धनी और मध्यवर्ग के उपभोक्ता बाजार को एक ही प्रोडक्ट से जोड़ सकता है motivational story in hindi
